सौंदर्य कोई शब्द नही है जो सुनाई दे। सौंदर्य कोई शब्द नही है जो सुनाई दे।
मैं आज अठारह वर्षों के बाद भी उस अपराध बोध से मुक्त नहीं हो पायी हूँ। मैं आज अठारह वर्षों के बाद भी उस अपराध बोध से मुक्त नहीं हो पायी हूँ।
वह अपने बेटे को देख अपराध बोध में आकंठ डूबता जा रहा था। वह अपने बेटे को देख अपराध बोध में आकंठ डूबता जा रहा था।
स्मिता की धड़कन अपराध बोध से उबरकर आगे आने वाले भंवर का अहसास करा रही थी। स्मिता की धड़कन अपराध बोध से उबरकर आगे आने वाले भंवर का अहसास करा रही थी।
अनीता का बगीचे में तुलसी में पानी डालना यह सब प्रकृति का सौंदर्य हमसे छीन जाएगा। अनीता का बगीचे में तुलसी में पानी डालना यह सब प्रकृति का सौंदर्य हमसे छीन जाएगा।
भक्ति है सज़दा है ,आराधना है,तपस्या है कर्तव्यबोध है और सत्य में जीवन का मौलिक मूल्य है। भक्ति है सज़दा है ,आराधना है,तपस्या है कर्तव्यबोध है और सत्य में जीवन का मौलिक मू...